आधे से कुछ ज्यादा है, पूरे से कुछ कम, कुछ ख्वाब कुछ गम, कुछ ज़िंदगी कुछ हम.!❤️ ज़िंदगी गुलज़ार है...!🌹
प्यार से मिले वो इश्क़ है
.
.
जबरदस्ती मिले वो प्यार नहीं
मिलने का अफसोस रहा ताउम्र...
.
.
उस शख़्स से बिछड़ जाने के बाद...
वो☺️ आती मेरे ❤️कंधे तक नही
.
.
और चढ़ी 😍सिर पे रहती है।🤨
@hindipanktiya
क्या कहूं तेरी मोहब्बत में इस कदर तड़प रहा हूं मैं
कभी मंदिर तो कभी गिरिजाघर भटक रहा हूं मैं
.
.
तुझे पाने को इतना बेताब न जाने क्यों दिल है मेरा
कि पाव मे छाले पड़ गये फिर भी चल रहा हूं मैं
मुझको अंदाजा हो गया था इस बात का,
.
.
मोहब्बत बेपनाह हो गयी है अब बिछड़ने वाला हूँ!
नस नस में है वो ...
बस .. बस में नहीं है...!!
😍😍😍
तेरी मोहब्बत से...
रिहाई किसे चाहिए,
.
.
तु बांध ले बंधन में...
तुझसे जुदाई किसे चाहिए।
आंखें थी जो कह गयी सब कुछ...
.
.
लफ्ज़ होते तो मुकर गए होते...
लहजा बदल देती है वो हवाओं का,
.
.
कुछ ऐसी हसीन लगती है वो साड़ी में!
गणतंत्र दिवस पर आप सभी को हमारी और से हार्दिक शुभकामनाएं❤️✨🇮🇳
Читать полностью…कौन कहता है तेरी यादों से बेखबर हु,
.
.
मेरी आँखों से पूछ मेरी
रात कैसे गुज़रती है....!
ये जो हम खुश दिखाई देते हैं ना,
.
.
हमारा हुनर है... हकीकत नही.❤️
बहुत महँगी पड़ती है वो मोहब्बत..
.
.
जहाँ खुद को सस्ता कर दिया जाए..!!
हम मर्दों को
तुम्हारे झुमके तक से प्यार है,
.
.
.
लड़कियों तुम्हें ये जिस्म की गलतफहमी मिटानी होगी।
तूझसे तो महबूब भी नहीं बना गया,
.
.
और देख हम तेरे इश्क में फकीर हो गए।।
तुम्हारे जाने के बाद एहसास हुआ,
.
.
कई घण्टे होते हैं एक दिन में।
दिल तो बना लेते हैं की,फिर कभी उनसे मुलाकात ना हो,
.
.
लेकिन वो पल फिरसे याद आते हैं।
संवर गया अंदाज उनके नजर अंदाज करने का
.
.
और वह कहते हैं कि हमारे बीच कुछ बदला नहीं
अबके शुरुआत नफ़रत से करेंगे,
.
.
और "मोहब्ब्त" पर ख़तम!!
दिल से दिल जोड़ना तो आसान बात हैं,
.
.
तुम मेरा टूटा हुआ दिल समेट पाओ तो जानू मैं।
तुम्हारे ख्यालों की भीड़ लगी है मुझमें,
.
.
मैं अकेला होकर भी अकेला नहीं होता...
अब किसी से उसका का हाल कैसे पूछें,
.
.
नाम भी तो उसका सरे आम लिया नहीं जाता.!
मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं...
.
.
मैं रो पडूँ तो कई लोग मुस्कराते है..💔💔
तुझे क्या मालूम वक्त कितना धीमा होता है
.
.
हमने एक मुद्दत सिर्फ तेरे इंतजार मे गुजारी है।
तू याद रख, या ना रख..
.
.
तू याद है, ये याद रख..!!
मुझे इंतजार करना आता है,
.
.
पर... काश उसे लौटना आता।
इसे इत्तेफाक समझो या दर्दनाक हकीकत
.
.
आँख जब भी नम हुई,
वजह कोई अपना ही निकला..!!
💔💔✨
न किसी चीज़ की उम्मीद है तुमसे,
न कोई वादा करना तुम,
.
.
.
.
.
जब भी बुरे दिनों से गुजरू,
हो सके तोह इश्क़ थोड़ा ज्यादा करना तुम।।
रूह से तुम्हे महसूस करे,
लफ्जो में तुम्हारे खो जाये,
इश्क़ का मौसम है,उफ्फ
कहो तो हम तुम्हारे हो जाये।
जहाँ दूसरों को समझाना कठिन हो जाये,
.
.
वहां खुद को समझा लेना बेहतर होता है।।